कंफर्ट जोन से निकल चैलेंज को करें स्वीकार : साध्वी अणिमाश्री*

*उत्कर्ष - करे शिखर का स्पर्श : जैन कन्या सम्मेलन का हुआ आयोजन*


  (धर्मेन्द्र उपाध्याय) साहूकारपेट, चेन्नई :-   साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में तेरापंथ महिला मंडल चेन्नई के तत्वावधान में कन्या मंडल द्वारा जैन कन्या सम्मेलन का शानदार आयोजन हुआ। उत्कर्ष कार्यक्रम में कन्याओं की वर्धमान उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा को सतगुणित कर दिया। हर मुख से एक ही स्वर अनुगुंजित हो रहा था कि कन्याओं का ऐसा भव्य कार्यक्रम पहली बार आयोजित हो रहा है।  

  साध्वी अणिमाश्री ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि कन्या परिवार का आभूषण है। कन्या दो परिवारों को जोड़ने वाला सेतु है। कन्या को संस्कारी बनाना दो परिवार के गौरव को अभिवर्धित बनाने वाला घटक तत्व है। आज कन्याओं ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। विभिन्न विषयों पर कार्यक्रम रख कर उन्होंने कामयाबी की इबारत लिखी है। जीवन में उत्कर्ष की कामना रखने वालों ने कभी शिखर को स्पर्श नहीं किया है। जिनके भीतर कुछ करने का जज्बा होता है, जिनके हौसले बुलंद होते हैं, पावों में गति होती है, संकल्प प्राणवान होता है, हाथों में मेहनत की मेहंदी होती है, वह शिखर का स्पर्श कर सकता है। अपने जीवन में सफलता के परचम लहरा सकता है। सफल होने के लिए प्लान जरूरी है, प्लान को कंप्लीट करना जरूरी है, पुनः पुनः चेक करते रहना भी चाहिए। साथ ही साथ कंफर्ट जोन से निकलकर चैलेंज को स्वीकार करने वाला ही जीवन में उत्कर्ष कर सकता है, शिखर को स्पर्श कर सकता है। सफलता का पतंग ऊंचे आकाश में तभी उड़ेगा जब आपके हाथ में संस्कारों की डोर होगी। संस्कारों की डोर को मजबूती से थामकर रखें। आज अपसंस्कृति की हवा ही नहीं आंधी चल रही है। उस आंधी में अपने संस्कारों को सुरक्षित रखें एवं शिखर को स्पर्श करें। साध्वीश्री ने कहा चेन्नई का महिला मंडल सक्रिय एवं उत्साही है। काम करने की उमंग है। अध्यक्ष पुष्पा एवं मंत्री रीमा अपनी पूरी टीम के साथ कर्तव्य के नए पदचिन्ह अंकित कर रही है। जैन महिला सम्मेलन एवं जैन कन्या सम्मेलन का आयोजन कर पूरे जैन समाज में तेरापंथ महिला मंडल की गरिमा को अभिवर्धित किया है। कन्या मंडल प्रभारी श्रीमती प्रीति डूंगरवाल एवं सहप्रभारी श्रीमती वंदना पगारिया तथा कन्या मंडल संयोजिका सुश्री भवि बाफना एवं सहसंयोजिका सुश्री दिशा बाफना, हार्दिका मुथा सभी चिंतनशील व श्रमशील है। नए नए कार्यक्रमों को अंजाम देने वाली है। सभी के श्रम ने कार्यक्रम की सफलता में चार चांद लगा दिये है। सुश्री याशिका खटेड एक उभरती प्रतिभा है।

 साध्वी कर्णिकाश्री ने कहा शिखर का स्पर्श वही कर सकता है, जो सहन करता है, श्रम करता है, सेवा करता है, वह अपने जीवन के हर क्षेत्र में, हर मोड़ पर कामयाब होता है। साध्वी डॉ सुधाप्रभा ने कहा यह कन्या, नारी जाति के उज्ज्वल भविष्य को पूरा करने का जिनके दिमाग में फौलादी संकल्प है। यह कन्याएं अपने नन्हे नन्हे कदमों द्वारा कामयाबी के शिखर का स्पर्श करना चाहती है। लेकिन सिर्फ चाहने से शिखर का स्पर्श नहीं कर पाएंगे। पहले अपनी क्षमता को पहचानें, फिर अपनी क्षमता के आधार पर शिखर का स्पर्श करें। साध्वी मैत्रीप्रभा ने मंच का कुशल संचालन करते हुए कहा कन्याओं याद रखिए गुनगुना पानी कभी भांप नहीं बन सकता। भांप बनने के लिए पानी को 100 डिग्री सेल्सियस तक उबालना पड़ता है, ठीक उसी तरह जीवन में सफल होने के लिए अपनी 100 की 100 प्रतिशत ताकत लगानी पड़ती है। जो जितनी ताकत झोकेगा, उतना ही शिखर तक पहुंचेगा। साध्वी समत्वयशा ने सुमधुर प्रेरणादायी गीत का संगान किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्या श्रीमती मालाजी कातरेला की गरिमामय उपस्थिति रही।

  अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा हिरण ने कहा आज का यह कार्यक्रम साध्वीश्रीजी के श्रम की कहानी है। उन्हीं की प्रेरणा की सुखद निष्पत्ति है। उत्साही बहनों एवं कन्याओं के उत्साह की अभिव्यक्ति है। सुंदर आयोजन में, सुंदर भावों से, 'सुंदर की मूरत कन्याओं का स्वागत है', संगीत का संगान किया गया। सम्मेलन में सम्मिलित कन्याओं का वेल-कम भवि बाफना ने किया। श्रीमती वंदना पगारिया ने अपने सुंदर भावों की प्रस्तुति दी। फेमिना नेशनल कन्वीनर सुश्री याशिका खटेड के ओजस्वी वक्तव्य ने सब को मोटिवेट किया। मंत्री श्रीमती रीमा सिंघवी ने भावभरे विचारों से सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

  प्राक संचालन कन्या मंडल प्रभारी प्रीति डूंगरवाल ने निराले अंदाज में किया। सुश्री श्रुति, प्रज्ञा, दिशा, साक्षी, श्रुति चौपड़ा, नेहा, मिताली, अक्षिता, जया, ज्योति, उषा व खुशी ने अति शानदार मंगल संगान की प्रस्तुति दी। उत्कर्ष सॉन्ग का भावपूर्ण संगान श्रद्धा, श्रुति, प्रज्ञा, चेष्टा, हिमानी, खुशी, अक्षिता, मिताली, दिशा, जया, नेहा ने आकर्षक रूप में कर सबका मन मोह लिया। सुश्री पूर्वी, प्रियंका, हर्षिता, ज्योति, भवि, हार्दिका, साक्षी, कीर्ति, कृपा, दीक्षा, वर्षा, अस्मिता, तेजल व प्रेक्षा ने धर्म टाइम स्पर्श नाटिका का सुंदर मंचन कर अपनी योग्यताओं को उजागर किया। नाटिका का संचालन पूर्वी बांठिया ने किया। चेन्नई कन्या मंडल की सदस्या दृष्टि नाहटा ने ब्लाइंड फोल्ड एक्ट किया। आंखो पर पट्टी बांधकर कलर्स ऑब्जेक्ट्स वर्ड्स और सेंटेंस पहचानने की कला दर्शायी। तेजल मुथा एवं प्रेक्षा डुंगरवाल ने LED के माध्यम से  सुंदर प्रेजेंटेशन किया। पल्लावरम कन्या मंडल की आकर्षक प्रस्तुति ने सबको आह्लादित कर दिया। साध्वी श्री जी द्वारा प्रदत मंगल पाठ से कार्यक्रम का समापन हुआ।

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