भारत की राष्ट्रीय एकात्मता मजबूत करने के लिए डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरजी ने बौद्ध धम्म की दिक्षा ली - केंद्रिय राज्यमंत्री रामदास आठवले

नागपूर ।। भारत की राष्ट्रीय एकात्मता मजबूत करने के लिए भारत में स्थापित हुये  बौद्ध धम्म कि दीक्षा महापुरुष डॉ.बाबासाहेब आंबेडकरजी ने ली ऐसा विधान रिपब्लिकन दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रिय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री ना.रामदास आठवले ने किया।६५ वे धम्मचक्र प्रवर्तन दिना के उपलक्ष में ना. रामदास आठवले ने नागपूर में दिक्षाभूमी को भेट देकर महाकारुणी तथागत भगवान बुद्ध और महापुरुष डॉ.बाबासाहेब आंबेडकरजी को विनम्र अभिवादन किये।इसमय रिपाइं के प्रदेश अध्यक्ष भुपेश थूलकर,बालू घरडे,राजन वाघमारे,आशिष बुराडे आदी मान्यवर मौजूद थे।महापुरुष डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी के समतावादी भारत करने का सपना पुरा करने की जीमेदारी हम सभी भीमसैनिकों पर है।संविधान की सुरक्षा, दलितों के आरक्षण सुनिश्चित रखना,दलितो के उपर हो रहे नाइन्सफ-जुल्म को रुकाना यह हमारे उपर जिम्मेदारी है।केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्रालय की योजनाये मै पुरे देश में फैला रहा हू। पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यह महापुरुष डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी को दिल से माननेवाले है। उन्होंने डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी के १२५ वे जयंती उपलक्ष में संसद का दो दिन का खास अधिवेशन लिया था। दिल्ली में डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी का आंतरराष्ट्रीय केंद्र तथा २६अलीपुर यहा भव्य स्मारक खडा किया है। कामठी स्थित ड्रॅगन पॅलेस में रामदास आठवले ने भेट दिया ।वहा हुये जाहीर सभा में केंद्रीय मंत्री ना नितीन गडकरी, विरोधी दल के नेते देवेंद्र फडणवीस,सुलेखा कुंभारे, माजी मंत्री चंद्रकांत बावनकुले आदि मौजूद थे रामदास आठवले ने कविता प्रस्तुत करते हुये कहा कि "चंद्रशेखर बावनकुळे भाजपमुळे; मी आणि सुलेखाताई आहोत माझ्या भिमामुळे" 'इस  कविता को मौजूद सभी लोगों ने तालिया बजाकर प्रतिसाद दिया।ऐसी जानकारी प्रसिद्धिप्रमुख हेमंत रणपिसे ने दि ।

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