ठाणे का पहला प्लाज्मा बैंक 'ब्लड लाइन' में

गृहनिर्माण मंत्री डॉ आव्हाड ने किया प्लाज्मा डोनेट

एक साथ 100 लोगों के प्लाज्मा संकलन की क्षमता

ठाणे ।। कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में उपयोगी प्लाजा थेरेपी के लिए आवश्यक प्लाज्मा बैंक की शुरुआत ठाणे के 'ब्लडलाइन'  में की गई.ठाणे जिले में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह प्लाज्मा बैंक काफी उपयोगी साबित होगा.ऐसा मत व्यक्त करते हुए राज्य के गृहनिर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने स्वयं प्लाज्मा दान किया.बुधवार को गृहनिर्माण मंत्री डॉ जितेंद्र आव्हाड का जन्मदिन था,इस अवसर पर ठाणे के जानेमाने ब्लड बैंक 'ब्लडलाइन' में प्लाज्मा बैंक की शुरुआत की गई.यह जिले की पहली प्लाज्मा बैंक है.इस प्लाज्मा बैंक में डॉ जितेंद्र आव्हाड के साथ पूर्व सांसद आनंद परांजपे ने भी प्लाज्मा दान किया.गृहनिर्माण मंत्री डॉ जितेंद्र आव्हाड,आनंद परांजपे कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं. 

ठाणे शहर की 'ब्लडलाइन' इस ब्लड बैंक को प्लाज्मा इकठ्ठा करने की इजाजत मिली है.ऐसी जानकारी देते हुए ब्लडलाइन की संचालिका डॉ शिल्पा जैन ने कहा कि हमारी संस्था को डॉ जितेंद्र आव्हाड का हमेशा ही सहयोग मिलता रहा है.गृहनिर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने अपना प्लाझ्मा दान कर इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया की शुरुआत की है.डॉ. शिल्पा जैन ने कहा कि ठाणे-मुंबई में 6 स्थानों पर ही प्लाज्मा संकलन किया जा रहा है.मुंबई में चार,नवी मुंबई व नालसोपारा में एक स्थान पर संकलन केंद्र है.ये केंद्र दूर होने के कारण ठाणे के कोरोना मरीजों के लिए मुश्किल हो रही थी,ठाणे में प्लाज्मा केंद्र होने से काफी राहत होगी.ब्लड लाइन में एक बार मे तीन लोगों का प्लाज्मा संकलित किया जा सकेगा.डॉ जैन ने कहा कि इस बैंक में एक बार में 100 लोगों का प्लाज्मा संकलित किया जा सकेगा.डॉ जैन के अनुसार डॉ जितेंद्र आव्हाड के जन्मदिन पर इससे बड़ा गिफ्ट ठाणे के लोगों को नहीं मिल सकता.कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए सभी लोग प्लाज्मा दान करें, ताकि अन्य मरीजों को इसका लाभ मिले,ऐसी अपील ब्लडलाइन की ओर से की गई है.

11 वर्ष से जारी 'ब्लडलाइन' का सेवा अभियान

वर्ष 2009 में स्थापित ब्लडलाइन की वजह से अब तक हजारों गरीब मरीजों को मदद मिली है.'नो प्रॉफिट,नो लॉस' के आधार पर चलने वाले इस ब्लड बैंक से गरीब व सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को मुफ्त में ब्लड उपलब्ध कराया जाता है.मुंबई के लगभग 125 थैलीसीमिया ग्रस्त बच्चों को मुफ्त ब्लड दिया जाता है.डॉ शिल्पा जैन ने बताया कि संस्था को ठाणे मनपा के साथ नेशनल एड्स कंट्रोल सोसायटी एवं केंद्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय का सहयोग मिलता है.ब्लड लाइन के सामाजिक कार्यों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने रिजनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन का दर्जा दिया है.सबसे ज्यादा ब्लड कलेक्शन और जरूरतमंदों को मुफ्त वितरण इस ब्लड बैंक के माध्यम से होता है.ब्लडलाइन से ठाणे, कलवा-मुंब्रा के अलावा जिले के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में  वर्ष 2012 से ही प्लेटलेट उपलब्ध कराया जा रहा है.जो भी व्यक्ति ब्लड डोनेट करता है,उसे भी जरूरत के वक्त मुफ्त ब्लड उपलब्ध कराया जाता है.कभी ठाणे में मुश्किल से 3500 से 4 हजार में ब्लड मिलता था,लेकिन ब्लडलाइन के शुरू होने के बाद मात्र 900 रुपए में ब्लड उपलब्ध होने लगा.

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट