इस साल दिसम्बर तक बनारस के इन इलाकों को मिलेगा ओवरहेड तारों से छुटकारा

वाराणसी ।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट आईपीडीएस का दूसरा फेज जून से शुरू हो जाएगा। इसके लिए तैयार की गई ड्राइंग को चीफ इंजिनियर आईपीडीएस 28 मई को मंजूरी दे देंगे। इस प्रोजेक्ट के लिए कार्यदायी संस्था टाटा प्रोजेक्ट्स है।इस बारे में जानकारी देते हुए नगरीय विद्युत वितरण मण्डल, द्वितीय के अधीक्षण अभियंता आरडी सिंह ने बताया कि 30 मई के बाद काम शुरू हो जाएगा। इंटीग्रेटेड पॉवर डेवलपमेंट स्कीम (आईपीडीएस) के इस चरण में 125 करोड़ रुपये से शहर के सात रूट पर दर्जनभर मुहल्लों में ओवरहेड तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा। इनमें कलक्ट्रेट, अर्दली बाजार, कचहरी, सर्किट हाउस, लहुराबीर, कैंट स्टेशन के इलाके शामिल हैं। इन इलाकों में हाई टेंशन और लो टेंशन तारों को अंडरग्राउंड करने के साथ ही 17 ट्रांसफार्मर भी इंस्टाल किए जाएंगे। इस पूरी प्रक्रिया में तकरीबन 15 हजार उपभोक्ताओं के कनेक्शन शिफ्ट होंगे। इस फेज को दिसंबर 2019 तक पूरा करने की डेडलाइन है इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए टाटा प्रोजेक्ट्स के कंस्ट्रक्शन मैनेजर आलोक पांडेय ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होने वाली मटेरियल का सैंक्शन भी मिल चुका है इन इलाकों में तार होंगे अंडरग्राउंड कैंट स्टेशन से अंधरापुल होते हुए तेलियाबाग और फिर यहां से लहुराबीर कैंट स्टेशन से इंग्लिशिया लाइन और मलदहिया, लोहामंडी होते हुए लहुराबीर बीएचयू से सामनेघाट भोजूबीर चौराहा से महावीर मंदिर चौराहा संत अतुलानंद स्कूल गिलट बाजार से अर्दली बाजार और पुलिस लाइन चौराहा होते हुए कचहरी चौराहा कचहरी चौराहा एसबीआई के सामने से होते हुए और जेपी मेहता, सर्किट हाउस होते हुए भोजूबीर तिराहा विनायका से सुदामापुर होते हुए बड़ी गैबी तक जाएगा ।

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