वाराणसी में निजी अस्पताल के नाम पर चल रहा है नगरीय स्वास्थ्य केंद्र

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जहां एक तरफ स्वास्थ्य केंद्रों की हालत बद से बदतर है एक ऐसा भी नगरी स्वास्थ्य केंद्र है जो निजी प्राइवेट अस्पताल के नाम पर चल रहा है वाराणसी के हुकूलगंज में लगभग 6 माह पूर्व क्षेत्रीय पार्षद द्वारा नगरी स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया गया था गरीबों के लिए खुले इस अस्पताल में आज तक ना तो डॉक्टर समय से आते हैं और ना ही कोई कर्मचारी समय पर पहुंचते हैं और तो और इस नगरी है स्वास्थ्य केंद्र के बाहर प्राइवेट अस्पताल के नाम का बैनर लगा हुआ है यहां के अधिक क्षेत्रीय लोगों के साथ दूरदराज से आने वाले लोगों को भी नहीं पता चल पाता कि यहां पर नगरी स्वास्थ्य केंद्र है घंटों इंतजार करने के बाद भी नहीं मिलता बेहतर उपचार तो वही घंटों से इंतजार कर रहे हैं मरीजों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब डॉक्टर और कर्मचारी समय पर नहीं आए हैं बल्कि यह रोज की कहानी है घंटों इंतजार करने के बाद डॉक्टर और कर्मचारी आते हैं इसके साथ ही घंटों इंतजार के बाद डॉक्टर प्रीति यादव ने सफाई देते हुए कहा कि मेरा स्कूल भी है और अपने कुछ निजी कार्यों को करने के कारण आने में विलंब हुआ डॉक्टर साहिबा ने मरीजों के आरोप झूठा बताया साथ ही डॉक्टरों ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में महिला कर्मचारियों का अभाव है क्योंकि यहां पर भी परमानेंट और 11 कर्मचारी संविदा पर हैं जो भी कर्मचारी है सब पुरुष है और एक ही महिलाएं नाम है इस बात पर क्षेत्रीय पार्षद विजय श्रीवास्तव से पूछा गया तो उनका कहना था कि उसमें सबसे बड़ी लापरवाही स्वास्थ्य केंद्र के उच्च अधिकारियों की है जब हमारी से बात हुई थी तो उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र का बोर्ड लगवाने का आश्वासन दिया था परंतु आज तक निजी अस्पताल के नाम पर ही स्वास्थ्य चल रहा है सभासद ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रशासन को खत लिखा है और अवगत भी कराया

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