प्रभारी अधिकारियों के हवाले भिवंडी मनपा, बढ़ रहा है भष्ट्राचार

तीन साल से सिटी इंजीनियर पद खाली,मैकेनिकल इंजीनियर बना प्रभारी-----

मुख्य अधिकारियों की कमी से रखड़ रहा कामकाज,बढ़ रहा भ्रष्टाचार -----

भिवंडी ।। भिवंडी मनपा का शहर अभियंता,शिक्षणाधिकारी व प्रभाग अधिकारियों जैसा महत्वपूर्ण पद का कार्यभार प्रभारियों के हवाले है। इस कारण न सिर्फ मनपा का कामकाज रखड़ रहा है बल्कि भ्रष्टाचार भी बढ़ रहा है। जबकि मनपा आयुक्त द्वारा सरकार से उक्त पद के लिए योग्य कर्मचारियों की मांग करने के बजाय अयोग्य कर्मचारियों को प्रमोशन देकर अपनी मनमर्जी करवा रहे है। इस कारण मनपा की हालत रामभरोसे है। मालूम हो कि भिवंडी मनपा का कई मुख्य पद प्रभारियों के हवाले है।सिटी इंजीनियर,जलापूर्ति अभियंता,शिक्षाधिकारी,कर मूल्यांकन अधिकारी,विधी अधिकारी,नगरसचिव, स्थापना विभाग प्रमुख,शहर विकास अधिकारी के साथ मनपा के पांचों प्रभाग प्रभारी अधिकारी पद प्रभारियों के हवाले है। पिछले तीन वर्षो से सिटी इंजीनियर के पद पर मैकेनिकल इंजीनियर लक्ष्मण गायकवाड़ के पास है। जो कि जलापूर्ति विभाग के भी प्रभारी कार्यकारी अभियंता है। पिछले 20 साल से मनपा में शिक्षणाधिकारी नही है। उक्त विभाग प्रशासनाधिकारी की देखरेख में चल रहा है। इसी तरह मनपा में स्थापना इंचार्ज का पद खाली है। मनपा के सभी विभाग प्रमुखों का पद खाली है। जिसकी देखरेख सहायक आयुक्त के हवाले है। मनपा का नगर सचिव भी प्रभारी के हवाले है। इसके अलावा पांचों प्रभागो के प्रभाग अधिकारी के पद पर पर सफाईकर्मी अथवा लिपिक को प्रमोशन देकर एडिशनल चार्ज देकर काम चलाया जा रहा है। शहर विकास अधिकारी शाकिब खरबे को बनाया गया है। जो वायरमैन है। जबकि इस पद पर शहर के विकास के मुख्य कार्यो पर स्पर्ड टेक्निकल व्यक्ति की जरूरत होती है। कुल मिलाकर मनपा का सभी मुख्य पद इन दिनों खाली है और मनपा प्रभारियों के देखरेख में चल रहा है। जिसके कारण मनपा का विकास कार्य बाधित हो रहा है।सूत्रों का कहना है योग्यता न होने के कारण असक्षम अधिकारियों कोई भी निर्णय खुद नही ले पा रहे है। इस कारण मनपा प्रशासन राम भरोसे चल रहा है। सूत्र बताते है कि अधिकारियों की कमी से मनपा का विकास कार्य बाधित हो रहा है। जबकि भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।

अधिकारियों की मांग को लेकर आयुक्त उदासीन : 

इधर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख का कहना है कि प्रशासन के पास कर्मचारियों की कमी है। इसलिए वे मनपा के कर्मचारियों को प्रमोशन देकर प्रभारी का कार्यभार देकर उनसे काम करवा रहे है।जबकि सूत्रों का आरोप है कि आयुक्त सरकार से सक्षम अधिकारियों की मांग नही कर रहे है।आयुक्त ने बताया उन्होंने शहर अभियंता पद के लिए कई बार सरकार से मांग किया। सरकार द्वारा इसे तवज्जों नही दिया जा रहा है। इस कारण यहां पर सभी मुख्य पद खाली पड़े है।इतना ही नही उन्होंने बताया कि कोई भी अधिकारी भिवंडी आकर काम नही करना चाहते है। हैरत की बात यह है कि प्रभारियों के हाथ मे मनपा का बागडोर होने से जनप्रतिनिधि भी खुश है। क्योंकि उक्त अधिकारी इनके इशारे पर कार्य करते है। शहर के जागरूक नागरिकों का कहना है कि शहर की बदतर हालात को यदि सुधारना है तो उस पर सरकार द्वारा सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति करना चाहिए।तभी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगने के साथ ही शहर की हालात में भी सुधार होगा।

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