अल्ट्रासाउंड मशीनों से लिंग परीक्षण पर होगी कार्रवाई - CMO डॉ ओ पी तिवारी

संवाददाता सलिल पांडेय

मिर्जापुर ।। अल्ट्रासाउंड मशीनों के दुरुपयोग पर कड़ी नजर रखने की हिदायत देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ ओ पी तिवारी ने कहा कि अल्ट्रासाउंड केंद्रों की दुकाय (मिथ्या) जांच कराई जाएगी और इसमें दोषी पाए गए केंद्रों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी । सरकार की रीति-नीति को स्पष्ट करते हुए डॉ तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अल्ट्रासाउंड मशीनों के लगाने की अनुमति लिंग-परीक्षण के लिए नहीं देता है । यह केवल बीमारियों के परीक्षण के लिए होता है ।

    यह बात डॉ तिवारी ने गुरुवार को अपने कार्यालय में पी सी पी एन डी टी की एक बैठक में दी । उन्होंने दुकाय जांच के बारे में बताया कि इसके तहत मिथ्या जांच का प्राविधान है । इसमें किसी सरकारी महिला को विभाग फीस देकर अल्ट्रासाउंड केंद्र पर भेजता है । वहां महिला जैसे ही पैसा जमा कर लिंग परीक्षण के लिए केन्द्र के डॉक्टर से बात करती हैं और वह तैयार हो जाता है, तो उसे दोषी मानकर कार्रवाई की जाती है । उन्होंने बताया कि जिले में कुल 23 केंद्रों को अल्ट्रासाउंड जांच की अनुमति दी गयी है ।

     समिति की अध्यक्ष जिला महिला अस्पताल की अध्यक्ष डॉ मंजूलता ने स्पष्ट किया कि इस काम में महिला सामाजिक कार्यकर्ता अच्छा योगदान कर सकती हैं । यदि उन्हें इस तरह की शिकायत मिले तो वे समिति को अवगत कराएं ।

    बैठक में अल्ट्रासाउंड मशीन के लिए दो नए आवदेन पत्र आए जिसमें मंडलीय अस्पताल के आवेदन पत्र में नोडल अधिकारी की आख्या न होने की वजह से उसे पूर्ण करने का निर्णय लिया गया जबकि गैर सरकारीपॉपुलर अस्पताल के आवेदन पत्र में वांछित प्रमाणपत्र न होने की वजह से उस पर विचार नहीं किया गया । बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वय डॉ सुबोध कुमार सिन्हा एवं डॉ नीलेश श्रीवास्तव महिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ मानिक चंद, डीजीसी शिवप्रताप सिंह, समिति के सदस्य सलिल पांडेय एवं डाटा इंट्री आपरेटर सुप्रिया मिश्र उपस्थित थीं ।

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