मुम्बई की लाइफ लाइन लोकल बनती जा रहा खूनी लोकल

कल्याण ।। महानगरी मुंबई की लाइफलाइन कहि जानेवाली मुंबई लोकल अब खूनी लोकल बनती जा रही है,यह हम नहीं बल्कि दिल धलादेने वाले रेलवे पुलिस के आंकड़े कह रहे है।

     प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य रेलवे के कल्याण से कसारा और बदलापुर के बीच एक जनवरी से 18 दिसंबर के बीच यानी कि एक साल में कुल 716 यात्री ट्रेन की चपेट में आये है,आंकड़े पर ध्यान दिया जाय तो प्रतिदिन दो यात्री ट्रेन की चपेट में आते है। जिसमे 320 यात्रियों की मौत और 396 यात्री घायल हुए हैं। मृतकों में 59 महिलाएं एवं 261 पुरुष बताए जा रहे हैं। जो यात्री गिरकर बुरी तरह जख्मी हुए हैं उनमें 91 महिला यात्री और 305 पुरुष यात्रियों का समावेश है। कल्याण जीआरपी का कार्यक्षेत्र कल्याण से कसारा और बदलापुर तक आता है। एक जनवरी 2019 से 18 दिसंबर 2019 के बीच इतनी बड़ी दुर्घटनाएं  हुई हैं। इन दुर्घटनाओं में मेल ट्रेन और लोकल ट्रेन दोनों के यात्री शामिल हैं जो रेल प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। भारतीय रेल सुविधा और सुरक्षा का हवाला देती आ रही है लेकिन यदि इन आंकड़ों पर नजर डाले तो रेल प्रशासन की कलई खोलने के लिए काफी है।

जीआरपी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक वाल्मिक शार्दुल ने बतया दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यात्रियों के सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस प्रशासन की ओर से रेलवे के हायरअथार्टी को पत्र लिखकर वाल यानी दिवार डालने की बात कही गई है। शार्दुल ने कहा कि आन डियूटी पुलिस स्टाफ अस्पताल पहुचाने से लेकर हर संभव प्रयास करता है,लेकिन दो स्टेशनों के बीच लाइन क्रास करते वक्त जो हादसे होते हैं उसे बाउंड्रीवाल बनाकर रोकने का प्रयास किया जा सकता है।

रिपोर्टर

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